
तिल्दा-नेवरा!
राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं के निवारण के उद्देश्य से सुशासन तिहार के नाम से शिविर आयोजित किये गए। लोगों ने बढ़-चढ़कर नगर की समस्याओं और माँगों को दर्ज करवाया। इसी दौरान जिला काँग्रेस कमेटी के महामंत्री विजय हरिरामानी ने निजी स्कूलों की भारी भरकम फीस और अन्य वसूली पर लगाम लगाने की माँग की। छ.ग. शासन ने माँग पर अमल करते हुए विभिन्न पहलुओं की जाँच के लिए एक कमेटी गठित की है और हरिरामानी को अपनी बात विस्तृत रूप से रखने के लिए आमंत्रित किया है।
उल्लेखनीय है कि विजय हरिरामानी ने मुख्यमंत्री और शिक्षा विभाग को निजी स्कूलों की भारी भरकम फीस से अवगत कराते हुए लिखा था, कि कम मूल्य के कॉपी-किताबों की बजाय महँगे प्रकाशन के किताब लाने छात्रों को बाध्य किया जाता है और हर एक-दो साल में किताब बदल दिए जाते हैं, ताकि पुरानी किताबें किसी काम न आएं और हर साल नई किताबें छात्रों को लेनी ही पड़ें। शासन द्वारा कमेटी गठित करके अभिभावकों की तरफ से अपना पूर्ण पक्ष रखने हेतु जब विजय हरिरामानी को आमंत्रित किया गया, तो उन्होंने शासन के प्रति आभार व्यक्त किया। हरिरामानी ने कहा कि मुझे लगा कि जनता की इस माँग की सुनवाई धीमी गति से चलेगी, मगर इसे गम्भीरता से लेते हुए तुरंत कमेटी गठित कर निजी स्कूलों के मैनेजमेंट को तलब करते हुए, उनके सामने मुझे अपना पक्ष रखने आमंत्रित किया गया है, राज्य शासन की संवेदनशीलता और समस्या हल करने की इस मंशा के लिए मैं मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद अर्पित करता हूँ। उम्मीद है जल्द ही अभिभावकों व जनता के हित में सही हल निकलेगा।
22 अप्रैल को बद्रीनारायण बगड़िया हाई स्कूल में प्राचार्य राजेश कुमार चंदानी सहित कमेटी,निजी स्कूल प्रबंधन के साथ विजय हरिरामानी, सुनील सोनी व टीम की बैठक तय हुई है। आम जनता से अभिभावकों में उत्साह का माहौल है, कि किसी ने उनकी आवाज को उठाया और शासन ने सुना। उन्हें इस बैठक से काफी राहत की उम्मीद है।