
धरसीवां। मोहदी रोड की बदहाल हालत, स्ट्रीट लाइट की कमी और स्थानीय उद्योगों में रोजगार न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने शनिवार को बड़ा प्रदर्शन किया। मोहदी पंचायत प्रतिनिधियों सहित आसपास के पांच गांवों के जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने मोहदी रोड पर धरना देकर भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी। इसके चलते मार्ग के दोनों ओर भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई।
जनपद सदस्य दयाशंकर निषाद और मोहदी उपसरपंच सालिक निषाद ने बताया कि चरोदा मोड़ से दोदे तक का मार्ग प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत बना है, जो केवल 12 टन भार वहन की क्षमता वाला है। लेकिन इस मार्ग पर लगातार ओवरलोड भारी वाहन दौड़ते हैं, जिससे मोहदी, टांडा, नगर, चरोदा सहित कई गांवों की सड़कें पूरी तरह जर्जर हो चुकी हैं।
ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट नहीं होने से रात के समय दुर्घटनाएं बढ़ गई हैं। इसके अलावा गांव की जमीन पर कई उद्योग स्थापित हैं, लेकिन स्थानीय लोगों को मजदूरी पर भी नहीं रखा जा रहा है।
ग्रामसभा अध्यक्ष दर्शन वर्मा ने कहा कि इन समस्याओं को लेकर कई बार प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया और प्रदर्शन भी किया गया, लेकिन केवल आश्वासन ही मिला। अब जब तक सड़क की मरम्मत, स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था और स्थानीय लोगों को रोजगार की गारंटी नहीं दी जाती, आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदर्शन में पुनीत धीवर, निर्मल ढेबर (सरपंच, टांडा), टोपराम साहू, खिलावन कन्नौजे (सरपंच, गोड़ही), छत्रपाल वर्मा (उपसरपंच), हेमंत वर्मा (सरपंच, टोर), सारांश वर्मा, झुमुक लाल निषाद, अमित धीवर, सत्यम वर्मा, मनीष, राजकुमार, महेश पटेल सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल हुए।
धरना स्थल पर एसडीएम, धरसीवां तहसीलदार बी.एल. कुर्रे, और टीआई राजेंद्र दीवान मौके पर मौजूद रहे और ग्रामीणों को समझाइश देने तथा स्थिति नियंत्रण में रखने का प्रयास करते रहे।