कार्मल पब्लिक स्कूल की जाँच के लिए कमेटी गठित

तिल्दा-नेवरा! निजी स्कूलों द्वारा मनमानी वसूली किये जाने की शिकायतों का दौर थम नहीं रहा है। जनजागरण समिति के सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता विजय हरिरामानी ने सुशासन तिहार में निजी स्कूलों की जाँच की माँग की थी। इसी क्रम में साथ आये अभिभावकों ने कार्मल पब्लिक स्कूल की शिकायत की थी, जिसके लिए जाँच कमेटी 31 जुलाई को तिल्दा पहुँच रही है।
उल्लेखनीय है कि लगभग 3 माह से सुशासन तिहार में शिकायत के बाद से विजय हरिरामानी व उनकी जनजागरण कमेटी निरन्तर निजी स्कूलों द्वारा महँगी किताबों, महँगी फीस और अन्य तरीकों से अभिभावकों पर डाले जा रहे अनावश्यक बोझ के खिलाफ आंदोलन जारी रखे हुए हैं। सबसे पहले तो सीजी बोर्ड द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों द्वारा पाठ्यपुस्तक निगम की मुफ्त की पुस्तकें चलाने की बजाय महँगे निजी प्रकाशन की किताबें चलाने का विरोध किया गया। साथ ही सीबीएसई व आईसीएसई पाठ्यक्रम वाले स्कूलों द्वारा महँगे प्रकाशन की किताबें चलाये जाने का विरोध करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी के हस्ताक्षर के साथ आदेश निकलवाया गया कि सीजी बोर्ड वाले स्कूल मुफ्त की पाठपुस्तक निगम की किताबें चलाएंगे, सीबीएसई व आईसीएसई बोर्ड वाले स्कूल कम मूल्य की एनसीईआरटी की किताबें चलाएंगे।
अब कार्मल स्कूल द्वारा नोटिस निकालकर प्रत्येक विद्यार्थी से 700 रुपए जमा करने कहा गया है। यह रकम वार्षिक उत्सव, डायरी, आई डी, ग्रुप फोटो के लिए माँगी गयी है। लगभग 1500 से 2000 छात्रों से भारी भरकम फीस की वसूली के बाद यह 10 से 14 लाख की रकम अलग से वसूल करने की क्यों जरूरत पड़ी, सोचने का विषय है। किसी परिवार से 3 छात्र पढ़ते हैं, तो महँगाई के दौर में कर्जा लेकर बच्चों को पढ़ाने वाले अभिभावकों के लिए 2100 की अतिरिक्त रकम भर पाना वाकई तकलीफ-दायक है। जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जारी आदेश के अनुसार एनसीईआरटी की 1000 रुपये की किताबें चलाने की बजाय स्कूल द्वारा निजी प्रकाशन की 5000 से 7000 की किताबें चलाये जाने की शिकायत भी की गई है। इसके अलावा किताबों को स्कूल द्वारा अधिकृत दुकानदार से बिक्री कराने की शिकायत भी बहुत ही निन्दनीय है। स्कूल में टॉयलेट व पीने के पानी उचित व्यवस्था के अलावा भी कुछ मुद्दों पर विकासखंड अधिकारी से शिकायत की गई है।
अभिभावकों की शिकायत पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा कार्मल पब्लिक स्कूल के खिलाफ उठाये गए मुद्दों की जाँच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित करके उचित कार्यवाही व समस्याओं के निवारण का आश्वासन दिया गया है। अभिभावकों को जाँच कमेटी द्वारा सूचना दी गयी है कि गुरुवार 31 जुलाई को जाँच कमेटी तिल्दा नेवरा में उपस्थित रहेगी व समस्त शिकायत-कर्ताओं से मुलाकात करके उनकी समस्याओं को सुना जाएगा। इसके अलावा स्कूल प्रबंधन से भी विभिन्न शिकायतों पर बिंदुवार जवाब माँगा जाएगा। इधर अभिभावकों ने शिक्षा विभाग व जाँच कमेटी पर पूरा विश्वास जताते हुए अनावश्यक आर्थिक भार से राहत मिलने का विश्वास जताया है। कई अभिभावकों ने सामने न आने की बात करते हुए कहा कि अगर हम सामने आते हैं, तो बच्चों को परेशान किया जा सकता है या उनके नम्बर काट दिए जाएंगे। हरिरामानी ने कहा, कि अब जाँच कमेटी का काम है कि अभिभावकों व स्कूल प्रबंधन में सामंजस्य बनाते हुए शिकायतों का समाधान संवेदनशीलता से करें।
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