गर्भवती महिलाओं को समर्पित यह योजना बन रही सुरक्षित मातृत्व की गारंटी

✍️ खोज खबर छत्तीसगढ़ ब्यूरो चीफ – हरिराम देवांगन, चांपा
चांपा – केंद्र एवं राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुरूप जिले के समस्त शासकीय स्वास्थ्य केंद्रों में ‘प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व योजना’ के तहत गर्भवती महिलाओं की नि:शुल्क प्रसव पूर्व जांच एवं उपचार की व्यवस्था की गई है। इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक माह 9 और 24 तारीख को मेगा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाता है, जिसमें विशेषज्ञ डॉक्टरों की उपस्थिति में जच्चा-बच्चा की संपूर्ण जांच, आवश्यक दवाओं का वितरण, और स्वास्थ्य परामर्श निशुल्क उपलब्ध कराया जाता है।
निशुल्क जांच व परामर्श की समुचित व्यवस्था
इस योजना के अंतर्गत जरूरत पड़ने पर सोनोग्राफी, रक्त एवं मूत्र जांच जैसी आवश्यक सेवाएं भी मुफ्त प्रदान की जाती हैं। यदि किसी गर्भवती महिला में जांच के दौरान कोई जटिलता पाई जाती है, तो उन्हें उच्च स्तर के चिकित्सालयों में सुरक्षित प्रसव हेतु अग्रिम रूप से निर्देशित किया जाता है।
मितानिनों की विशेष भूमिका
गांव और शहरी बस्तियों की मितानिनों को इस योजना से विशेष रूप से जोड़ा गया है ताकि वे क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की पहचान कर उन्हें जांच व उपचार के लिए प्रेरित करें। यह पहल योजना की जमीनी पहुंच और सफलता को सुनिश्चित कर रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं से सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा
कुछ वर्ष पहले तक ग्रामीण क्षेत्रों में प्रसव के दौरान महिलाओं को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पाती थीं, जिससे जच्चा-बच्चा की जान जोखिम में पड़ती थी। लेकिन अब राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के तहत सुविधा संपन्न स्वास्थ्य केंद्रों में सुरक्षित प्रसव की सुविधा मिलने लगी है। इसके चलते शिशु मृत्यु दर में भी उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है।
जनजागरूकता से मिल रहा है बेहतर परिणाम
सरकारी प्रयासों से अब गर्भवतियां स्वास्थ्य केंद्रों में नियमित जांच कराने के लिए प्रेरित हो रही हैं। नतीजन, मातृत्व स्वास्थ्य में सुधार और सुरक्षित प्रसव दर में बढ़ोतरी देखी जा रही है। सरकार का यह कदम मातृत्व और बाल स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रहा है।
