
तिल्दा नेवरा। आज तिल्दा में पारंपरिक और भव्य रथ यात्रा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा के साथ सजीव रथ पर नगर भ्रमण के लिए निकलेंगे। यह आयोजन हर वर्ष की भांति इस बार भी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है।
जगन्नाथ रथ यात्रा भारत के प्रमुख धार्मिक पर्वों में से एक है, जिसकी शुरुआत ओडिशा के पुरी से होती है, लेकिन इसकी श्रद्धा और महत्ता अब देश के कई हिस्सों में देखी जाती है, जिनमें तिल्दा भी प्रमुख है। चंद्र मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाने वाला यह पर्व भगवान के नगर भ्रमण और जनकल्याण की भावना का प्रतीक माना जाता है।
आज के दिन पारंपरिक लकड़ी के विशाल रथों पर भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा की प्रतिमाएं विराजित कर नगर के मुख्य मार्गों से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस रथ यात्रा में स्थानीय श्रद्धालु, भजन मंडलियां, सामाजिक संगठन और युवा वर्ग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे।
रथ यात्रा का यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक एकता का भी प्रतीक है। यह पर्व सभी वर्गों और समुदायों को एक सूत्र में पिरोता है और भक्ति व आध्यात्मिकता का संचार करता है।
तिल्दा में रथ यात्रा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था, स्वच्छता और यातायात नियंत्रण के लिए प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंध किए गए हैं। नगरवासियों में इस भव्य आयोजन को लेकर भारी उत्साह देखा जा रहा है।

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