औद्योगिक जल शोषण और शासन की नीतियों के विरोध में जनजागरण अभियान

खोज खबर छत्तीसगढ़ ब्यूरो रायपुर
सांकरा, 3 जून। 25
खारुन नदी को प्रदूषण मुक्त करने और औद्योगिक इकाइयों द्वारा अत्यधिक जल दोहन के विरोध में जारी “खारुन दाई के आज़ादी पदयात्रा” तीसरे दिन सांकरा पहुँची। यह यात्रा 1 जून को सोमनाथ लखना से आरंभ हुई थी।
सांकरा में छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा की आरती के बाद जोड़ा जैतखाम में नारियल चढ़ाकर पूजा-अर्चना की गई। इस अवसर पर पदयात्रा के उद्देश्यों की जानकारी दी गई। महेन्द्रा चौक, सिलतरा में छत्तीसगढ़ ड्राइवर संघ द्वारा यात्रियों का स्वागत कर पुलाव वितरण किया गया।

यात्रा मुरैठी ग्राम पहुँची, जहाँ सरपंच श्रीमती रुखमणी उमेश निषाद एवं पंचगणों के साथ ग्रामवासियों ने स्वागत किया। दुर्गा पंडाल रंगमंच में आयोजित नुक्कड़ सभा में यात्रा की मांगों को रखा गया। सभा को संबोधित करते हुए जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष श्री अमित बघेल ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह औद्योगिक घरानों को लाभ पहुँचाने के लिए जल-जंगल-जमीन का दोहन कर रही है। उन्होंने कहा कि हसदेव जंगल के बाद अब जलस्रोतों पर पूंजीपतियों की नज़र है।
सभा के उपरांत सुंगेरा ग्रामवासियों द्वारा एकत्रित किया गया दूध यात्रियों में वितरित किया गया। इसके बाद यात्रा सोन्डरा पहुँची, जहाँ सरपंच संतोष साहू व उपसरपंच सोहन पुरी गोस्वामी ने नुक्कड़ सभा में भाग लेते हुए यात्रा की मांगों का समर्थन किया और कहा कि आम जनता को अपने अधिकारों के लिए भरी गर्मी में पैदल चलना पड़ रहा है, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने 5 जून को रायपुरा में अधिक संख्या में पहुँचने की अपील की।
भोजन उपरांत पदयात्रा ग्राम बाना की ओर प्रस्थान कर गई, जहाँ रात्रि विश्राम होगा।

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