
📍 खम्हारिया, तिल्दा-नेवरा | खोज खबर छत्तीसगढ़ विशेष रिपोर्ट
तिल्दा-नेवरा : नाकोड़ा पाइप इंपैक्श प्राइवेट लिमिटेड, खम्हारिया के मुख्य द्वार के सामने आज स्थानीय मजदूरों ने काम की अनदेखी, न्यूनतम मजदूरी और ठेकेदार की मनमानी के विरोध में जोरदार धरना प्रदर्शन किया। मजदूरों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन लगातार स्थानीय लोगों को रोजगार देने से इंकार कर रहा है और वर्तमान श्रमिकों को श्रम दर और शासन के निर्देशानुसार वेतन नहीं दिया जा रहा।

📸 तस्वीर में: धरना स्थल पर पहुँचे तहसीलदार, श्रम अधिकारी, थाना प्रभारी व पंचायत प्रतिनिधि
(ऊपर दी गई तस्वीर: धरनास्थल पर पहुंचे तिल्दा-नेवरा तहसीलदार ज्योति मशियारे, श्रम विभाग के अधिकारी, थाना प्रभारी सत्येन्द्र सिंह और अन्य जनप्रतिनिधि बातचीत करते हुए)

श्रमिकों की प्रमुख मांगें:
स्थानीय युवाओं को रोजगार में प्राथमिकता दी जाए।
श्रम कानून के तहत तय दर पर वेतन मिले।
ठेकेदार की मनमानी और उत्पीड़न पर रोक लगे।
प्रशासनिक कार्रवाइयों को सार्वजनिक किया जाए।
प्रशासनिक रवैया सवालों के घेरे में:
धरना स्थल पर उपस्थित प्रशासनिक अधिकारियों ने मजदूरों की शिकायतों को सुनने के बजाय कंपनी प्रबंधन के साथ बंद कमरे में चर्चा की, जिसकी जानकारी बाहर मौजूद मजदूरों और मीडिया को नहीं दी गई। जब खोज खबर छत्तीसगढ़ के पत्रकार ने जानकारी लेने की कोशिश की तो उन्हें गेट पर मौजूद सिक्योरिटी गार्ड ने अंदर जाने से रोक दिया।
पंचायत प्रतिनिधियों की नाराज़गी:

ग्राम पंचायत खम्हारिया के प्रतिनिधियों ने कहा, “जब यह कंपनी हमारे गांव में संचालित हो रही है, तो गांव के लोगों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए, लेकिन हमारी कोई बात नहीं सुनी जा रही। हमें भी कंपनी परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जाता।”
स्थानीय मजदूरों की भारी भागीदारी:
धरना प्रदर्शन में खम्हारिया सहित आसपास के गांवों के बड़ी संख्या में श्रमिक पहुंचे और शांतिपूर्ण तरीक़े से अपनी बात रखी। मौके पर पुलिस बल तैनात रहा।

📢 खोज खबर छत्तीसगढ़ मजदूरों के साथ है और उनकी आवाज़ को प्रमुखता से उठाता रहेगा।