मजदूरों के समर्थन में पहुँचीं शैल महेंद्र साहू – समझौते की कोशिश में जुटे भाजपा नेता अनिल अग्रवाल


ख़ोज ख़बर छत्तीसगढ संवाददाता तिल्दा-नेवरा
तिल्दा-नेवरा/रायपुर, 10 अक्टूबर 2025 रायपुर जिले के औद्योगिक क्षेत्र बैकुंठ स्थित अल्ट्राटेक सीमेंट प्लांट में चल रही मजदूरों की हड़ताल आज चौथे दिन भी जारी रही। सभी स्थाई और अस्थाई श्रमिक एकजुट होकर प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका स्पष्ट कहना है — “जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जातीं, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।”
💪 मजदूरों के समर्थन में पहुँचीं जिला पंचायत सभापति शैल महेंद्र साहू महिला एवं बाल विकास विभाग की सभापति व जिला पंचायत सदस्य श्रीमती शैल महेंद्र साहू आज हड़ताली मजदूरों के बीच पहुँचीं।
उन्होंने कहा —
“जब तक आप सभी को रोज़ी-रोटी और काम वापस नहीं मिलता, मैं आपके साथ खड़ी रहूंगी — चाहे इसके लिए मुझे अपना खून ही क्यों न बहाना पड़े।”
उनकी इस भावनात्मक घोषणा से मजदूरों में नई ऊर्जा का संचार हुआ।
इसके बाद उन्होंने अपने सुमधुर स्वर में छत्तीसगढ़ राज्य गीत ‘अरपा पैरी के धार…’ गाया, जिससे पूरा माहौल भावविभोर हो उठा।
🤝 समझौते के प्रयास में पहुँचे सांसद प्रतिनिधि अनिल अग्रवाल
वहीं, स्थिति को सामान्य करने और विवाद का समाधान निकालने के उद्देश्य से भाजपा के वरिष्ठ नेता व सांसद प्रतिनिधि अनिल अग्रवाल, जनपद सदस्य नर्सिंग वर्मा और पूर्व मंडल अध्यक्ष फालगो राम वर्मा संयंत्र पहुंचे।
उन्होंने मजदूर नेताओं से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना और कहा —
“हम मजदूरों के साथ हैं। यदि प्रबंधन समझौते से पीछे हटेगा, तो हड़ताल जारी रहेगी और हमारा पूरा सहयोग आपके साथ रहेगा।”
मजदूरों ने इसे “सकारात्मक पहल” बताते हुए वार्ता के लिए सहमति दी।
🏢 प्रबंधन की दलीलें – अस्थाई मजदूरों के मामले लंबित, संयंत्र अनिश्चितकालीन बंद
प्रबंधन ने वार्ता के दौरान कहा कि अस्थाई मजदूरों के मामले श्रमालय में लंबित हैं, जबकि बोनस को लेकर “सकारात्मक रास्ता” निकाला जाएगा।
हालांकि प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया कि “अधिकारियों पर हमला करने वाले चिन्हांकित मजदूरों पर कार्रवाई जारी रहेगी।”
बताया गया कि मुंबई मुख्यालय के निर्देश पर संयंत्र को अस्थायी रूप से अनिश्चितकाल के लिए बंद किया गया है।
⚙️ मजदूरों की मुख्य मांगें
मजदूर यूनियनों ने प्रबंधन के समक्ष ये प्रमुख मांगे रखी हैं —
काम से निकाले गए 150 अस्थाई मजदूरों की तत्काल बहाली।
पिछले वर्षों की तरह बोनस की अनिवार्य भुगतान।
निलंबन आदेश और अनुशासनात्मक कार्रवाई को तत्काल वापस लिया जाए।
प्रबंधन के अधिकारियों द्वारा मजदूरों से की गई अभद्रता और उकसावे की जांच की जाए।
मजदूर नेताओं का कहना है कि “प्रबंधन ने जानबूझकर विवाद खड़ा कर हड़ताल की नौबत पैदा की।”
🚨 संयंत्र में सुरक्षा संकट – चोरों के हौसले बुलंद
हड़ताल के चलते पूरा संयंत्र बंद है। यूनियन से जुड़े सुरक्षा गार्ड भी हड़ताल में शामिल हैं। इस कारण संयंत्र परिसर में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई है।
सूत्रों के अनुसार, बीते दो दिनों में संयंत्र से महंगे उपकरणों की चोरी की घटनाएं सामने आई हैं।
पुलिस बल की निगरानी बढ़ा दी गई है, परंतु हालात अभी नियंत्रण में नहीं हैं।
⚠️ यूनियन संरक्षक शंकर सिंह निर्मलकर की चेतावनी
छत्तीसगढ़ सीमेंट एवं खदान कल्याणकारी श्रमिक संघ, बहेसर के संरक्षक शंकर सिंह निर्मलकर ने चेतावनी दी है —
“अगर सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधि अब भी मजदूरों की आवाज़ नहीं सुनते, तो हम राजधानी रायपुर में विशाल रैली निकालेंगे।
यह सरकार और कंपनी दोनों को याद रखना होगा — मजदूरों की अनदेखी अब और नहीं चलेगी।”
✊ मजदूरों का आह्वान – “अबकी बार हक लेकर रहेंगे”
अल्ट्राटेक बैकुंठ का यह आंदोलन अब मजदूर एकता का प्रतीक बन चुका है।
हज़ारों परिवारों की आजीविका दांव पर है, और मजदूरों का कहना है कि
“हम शांति चाहते हैं, पर अपने हक़ से पीछे नहीं हटेंगे।”
📰 खोज खबर छत्तीसगढ़ का संपादकीय संदेश:
यह केवल एक संयंत्र की लड़ाई नहीं, बल्कि मजदूरों की अस्मिता का संघर्ष है।
सरकार को चाहिए कि वह तत्काल हस्तक्षेप कर मजदूरों और प्रबंधन के बीच निष्पक्ष समाधान सुनिश्चित करे — ताकि न्याय, रोज़गार और सामाजिक संतुलन कायम रह सके।
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