Breaking News

*जन-जागरण टीम ने वार्डो में  जल संकट की समास्याओं को दूर करने के लिए किया गया पदयात्रा*

Khojkhbarchhattisgarh.com

संवाददाता संतोष कुमार यदु

तिल्दा-नेवरा :  नगर के विभिन्न वार्डों में पेयजल की गंभीर समस्याओं के मद्देनजर महीने भर से एक जनजागरण टीम ने निरन्तर अभियान चलाया हुआ है। इस टीम में विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित व्यक्तित्व शामिल हैं। कोई राजनीतिज्ञ हैं, तो कोई पत्रकार हैं, तो फिर व्यापारी और छात्र भी इस समिति में शामिल हैं। टीम ने जल के विकराल संकट को देखते हुए विभिन्न वार्डों से पैदल यात्रा करते हुए पानी की समस्या व जगह जगह बिगड़े हैंड-पम्प का मुआयना करते हुए सी एम ओ को ज्ञापन सौंपा। टीम के सदस्य व जिला काँग्रेस के महामंत्री विजय हरिरामानी ने बिना चप्पल के नंगे पाँव पदयात्रा की।
उल्लेखनीय है कि सोमनाथ एनीकट से तिल्दा वाटर प्लांट में पानी आता है, जहाँ से पानी का शोधन होकर नगर में विभिन्न वार्डों में पानी सप्लाई होता है। टीम ने लगभग 30 किमी यात्रा करके पाइपलाइन में कई जगह विशाल डेमेज का उजागर किये और विरोध प्रदर्शन करके, जनहित में दबाव बनाते हुए काफी हद तक लाइन ठीक करवाई।



हरिरामानी ने क्यों लिया नंगे-पाँव पैदल चलने का संकल्प

विजय हरिरामानी ने बताया कि अभी भी कई मुहल्लों में पाइपलाइन में पानी नहीं पहुँच रहा है। पाइपलाइन विस्तार व जल की नियमित सप्लाई की जरूरत है। लगभग 80 प्रतिशत हैंड पम्प खराब पड़े हैं। आज भरी गर्मी में पानी के अभाव में आम जनता जिस किल्लत व कठोर तपन की तकलीफ से गुजर रही है, उसका एहसास करने और असंवेदनशील अधिकारियों को कराने के लिए मैंने संकल्प लिया कि भरी दुपहरी में नंगे पाँव पदयात्रा करुँगा।
इधर वरिष्ठ सदस्य सुनील सोनी ने कहा कि विभिन्न वार्डों में पदयात्रा से पता चला कि पेयजल घर घर तक पहुँचाने के लिए पालिका प्रशासन को अभी काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। वार्ड क्रमांक 3,  4 , 5, 13, 18  व अन्य वार्डों में पानी की समस्या से संबंधित ज्ञापन सी एम ओ को सौंपा गया है।
सी एम ओ द्वारा टीम को आश्वासन दिया गया है कि शीघ्र से शीघ्र पाइपलाइन विस्तार व अन्य उपाय कर दिए जाएंगे। पेयजल व्यवस्था में शीघ्र सुधार न होने पर जनजागरण टीम ने प्रदर्शन करने की तैयारी की बात की है। यात्रा में सुनील सोनी, विजय हरिरामानी, दिलीप देवांगन, देवादास टंडन, महिला पार्षद किरण बाला नायक, नानकराम छाबड़िया, गोवर्धन यदु, अजितेश शर्मा, संतोष सक्सेना, गजानंद वर्मा,पवन बघेल, राजेश जेठवानी, माणिक कोडवानी, आयुष कोटवानी, हेमलाल साहू, मनोहर भोजवानी, अनिल बत्रा, नारायण विधानी व अन्य शामिल हुए।

About Santosh Kumar

Check Also

🌿 पर्यावरण नहीं बचेगा तो हम भी नहीं बचेंगे 🌏

(विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून 2025 पर विशेष संपादकीय)

हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है। यह दिन महज एक औपचारिकता नहीं, बल्कि चेतावनी है — हमारी धरती, हमारी प्रकृति अब और ज्यादा बोझ नहीं सह सकती। इस वर्ष की थीम है “प्लास्टिक प्रदूषण पर विजय – एक साथ मिलकर समाधान”, जो हमें उस संकट की याद दिलाती है जो हमारे रोज़मर्रा के जीवन का हिस्सा बन चुकी प्लास्टिक से जुड़ा है।

छत्तीसगढ़ जैसे हरित राज्य में जहां वनों की भरमार है, आदिवासी परंपराएं प्रकृति से जुड़ी हैं और नदियां जीवनदायिनी बनकर बहती हैं, वहां भी हम देख रहे हैं कि नदियां सिकुड़ रही हैं, जंगल उजड़ रहे हैं और हवा जहरीली होती जा रही है। विकास की दौड़ में हमने पर्यावरण की कीमत चुकाई है — और अब वह मूल्य बहुत महंगा हो चला है।

पर्यावरण की दुर्दशा के मुख्य कारण:

  • पेड़ों का अंधाधुंध कटाव
  • अवैध खनन और औद्योगिक प्रदूषण
  • प्लास्टिक और पॉलीथीन का अत्यधिक प्रयोग
  • जल स्रोतों का दोहन और शहरीकरण

“खोज खबर छत्तीसगढ़” के माध्यम से हम सभी पाठकों से अपील करते हैं:

  • कम से कम एक पौधा लगाएं और उसकी देखभाल करें।
  • प्लास्टिक की थैलियों की जगह कपड़े या जूट के थैले अपनाएं।
  • घरों में वर्षा जल संचयन को प्रोत्साहित करें।
  • स्थानीय स्तर पर वृक्षारोपण और सफाई अभियानों में भाग लें।

पर्यावरण बचाना कोई एक दिन का काम नहीं, यह रोज़ की आदत बननी चाहिए।

“अगर आज नहीं जागे, तो कल के पास कोई हरियाली नहीं होगी।”

– संपादकीय टीम, खोज खबर छत्तीसगढ़
www.khojkhbarchhattisgarh.com

Khojkhbarchhattisgarh.com